वास्तु शास्त्र हमारे ऋषिओं ने हमें एक सुखी जीवन जीने के लिए दिया है| वास्तु शास्त्र की टिप्स(Tips for vastu shastra for home in Hindi) के माध्यम से हम हमारे जीवन को सुखी एवम आनंदयुक्त बना सकते है| हमारे जीवन में ग्रहों का जितना प्रभाव होता है उतना ही वास्तु शास्त्र का भी प्रभाव होता है| इसी लिए एक सुखी जीवन को जीने के लिए वास्तुशास्त्र के आधार पर घर का सही होना आवश्यक है|
आज के इस लेख के माध्यम से हम आपसे वास्तुशास्त्र की दस ऐसी टिप्स देंगे जो आपको सफलता प्रदान करे, और जीवन को दुखो से मुक्त करे|
10 Best Tips for vastu shastra
- जब भी घर बनाना हो तो ऐसी जगह पर बनाए जो जमीन चोकोर हो या गोमुखाकार हो|
- मकान का मुख्य द्वार आपकी जन्म पत्रिका के ग्रह के अनुरूप दिशा में हो|
- घर में प्रवेश करने पर शुभ चिह्न या मूर्ति प्रस्थापित हो|
- घर के पूर्व दिशा में एक पानी का कलश हो|
- घरमें अच्छे से हवा और प्रकाश के आने जाने के लिए अनुकूल हो|
- बैठक खंड में पानी सम्बंधित चीज जैसे की फिशपॉट हो|
- शयनकक्ष में धार्मिक वस्तु एवम मंदिर को नहीं रखना चाहिए|
- घर में पानी के नल इत्यादि सही होने चाहिए लीकेज मुक्त होने चाहिए|
- घर में एक तुलसी का पौधा होना चाहिए
- मंदिर की दिशा घर में उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए|
How This Tips works for us according to vastu shastra
जब भी घर बनाना हो तो ऐसी जगह पर बनाए जो जमीन चोकोर हो या गोमुखाकार हो| हमारे शास्त्रों में घर बनाने के लिए दो प्रकार की जमीन सबसे उत्तम कही गयी है|

एक मान्यता है की दक्षिण दिशा की और मकान का मुख्यद्वार होना अशुभ होता है|लेकिन वास्तुशास्त्र में ऐसा नहीं है| मकान का मुख्य द्वार आपकी जन्म पत्रिका के ग्रह के अनुरूप दिशा में होन चाहिए| हम आपके लिए बहोत ही जल्द इस पर एक लेख लेकर आयेंगे जिससे आप को यह समजने में आसानी हो की आपके घर का मुख्यद्वार किस दिशा में होना चाहिए|
घर में प्रवेश करने पर शुभ चिह्न या मूर्ति होना एक शुभ चिह्न माना जाता है| हमारे शास्त्रों में ॐ या स्वस्तिक को एक अच्छा चिह्न माना जाता है| ऐसे अगर घरके प्रवेश द्वार पर ही इस तरह के चिह्न या भगवान् गणेश मूर्ती हो तो घर में लक्ष्मी का वास होता है| और घर की फाइनेंस सम्बंधित परेशानी दूर होती है|
घर के लिए वास्तुशास्त्र की टिप्स
जिस भी घर में हवा और प्रकश अच्छे से आते हो उस घर में स्वस्थ सम्बंधित परेशानी काफी कम होती है| इससे घरका वातावरण शुद्ध रहता है और मन आनंदित रहता है|
बैठक खंड में वार्तालाप अधिक होता है| और ऐसी ही जगह से कभी कभी घरमे लड़ाईयां शुरू होती है| चंद्र मन का कारक है| मन शांत होने पर अधिकतर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है| पानी सम्बंधित चीज जैसे की फिशपॉट घरमे होने पर मन को शांति की अनुभूति होती है|
शयनकक्ष में भगवान् का मंदिर रखना वर्जित माना जाता है| शयनकक्ष को कभी काम सुख की प्राप्ति के लिए भी उपयोग में लिया जाता है| इस वजह से यहाँ भगवान् का स्थान होना सर्वथा अनुचित है|
Vastu Tips in Hindi
घर में नल इत्यादि पानी का सोर्स अच्छा होना चाहिए| कई घरो में ऐसा देखा गया है की पानी का नल या टंकी लीकेज होती है| पानी को चन्द्र का कारक माना गया है| ऐसे में लीकेज नल या टंकी चन्द्रमा को खराब करती है| इससे मन खराब होता है| मन के ख़राब होने से घरमे लड़ाईयां और कलेश बढ़ते है|
उत्तर पूर्व दिशा को इशान कोण भी कहा जाता है| जहा पर देवो का वास होता है| घर में इस दिशा में मंदिर रखने से घरमे अच्छा प्रभाव पड़ता है और एक पॉजिटिव उर्जा का संचय होता है| भगवान् की कृपा भी जल्द प्राप्त होती है|
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निषकर्ष(Tips for vastu shastra for home in Hindi)
यहाँ पर हमने आपसे 10 Best Tips for vastu shastra for home in Hindi शेयर की है| यहाँ हमने आसान भाषा में इसको अच्छे से समजाय भी है की यह किस तरह से आपके जीवन को प्रभावित करता है| यह टिप्स आप अपनाने से जीवन में अच्छे अनुभव प्राप्त करेंगे|
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